
*पैसा कमाकर आबादी बढ़ा रहे दो शासकीय विभाग… इनकी नसबंदी कौन करेगा!!!*
*टी एन सी पी और नगर निगम की गंभीर लापरवाही की सजा भुगत रहे लाखों नागरिक!!!*
*”बॉटल नेक” छोटा संकरा रास्ता बना बड़ी मुसीबत का कारण*
*आंखों पर पट्टी बांध कर दे रहे धड़ाधड़ कॉलोनी काटने की अनुमति*
*सिंगापुर टाउनशिप के रहवासियों की व्यथा कौन सुनेगा???*
🎇 त्रिलोक न्यूज़ चैनल इंदौर*
टी एन सी पी और नगर निगम के अधिकारी आंखों पर स्वार्थ की पट्टी बांध कर काम करते हैं यहां एक बड़ी गंभीर लापरवाही के चलते लाखों लोगों के लिए रोज़ मुसीबत खड़ी हो गई है । क्या इतने बड़े विभाग में इसी तरह काम होता है तो फ़िर इन विभागों में बैठे अधिकारियों के पढ़े लिखे होने का क्या फायदा?
नगर निगम और टी एन सी पी की मेहरबानी के चलते देवास मार्ग पर सिंगापुर टाउनशिप क्षेत्र की आबादी रोज बढ़ती जा रही है जिसे रोकना मुश्किल है क्योंकि इस “काम” में अधिकारियों को मजा आ रहा है और सजा जनता को भुगतना पड़ रही है। मूलभूत सुविधाओं के बिना कैसे कालोनियों को निर्मित करने की अनुमति दी जा रही है।
इस क्षेत्र में रोज़ एक नई कॉलोनी काटी जा रही है पहले की तुलना में अब दर्जनों कॉलोनी बन चुकी हैं। यहां की आबादी पिछले 10 सालों में 10 गुना से अधिक बढ़ गई है। समय के साथ बसाहट बढ़ गई लेकिन सुविधा के नाम पर कोई कुछ देखने सुनने वाला नहीं है। घर से आने जाने के हेतु एक अदद रोड़ के लिए तरस रहे हैं यहां के नागरिक। पानी की समस्या अपनी जगह है वो अलग।
शासन प्रशासन की निरंकुशता के कारण इंदौर से लगा सिंगापुर टाउनशिप क्षेत्र गांव से भी बदतर होता चला जा रहा है अपने नाम के विपरीत यहां नाम बड़े और दर्शन खोटे हैं। कॉलोनी के नाम सब अंग्रेजी में और विदेशी रखे जा रहे हैं लेकिन हालात गांव से भी बुरे हैं। यह अगर प्रशासन चाहे तो इस क्षेत्र का सुव्यवस्थित विकास कर सकता है क्योंकि आने वाले समय में इंदौर की सबसे बड़ी बसाहट यहां होगी। एक तरह से यह क्षेत्र इंदौर का सबसे महत्वपूर्ण इलाका बनता जा रहा है।
इंदौर से सबसे नज़दीक होने के कारण और मांगलिया रेलवे स्टेशन की सुविधा को देखते हुए नागरिक कर्ज लेकर महंगे दाम में प्लाट और मकान खरीद रहे हैं। मकान खरीद कर अब पछता रहे क्योंकि यहां एक के बाद एक लोगों की जनसंख्या बढ़ती चली गई लेकिन इस कॉलोनी का मुख्य मार्ग “बॉटल नेक” बनता चला गया। कॉलोनी में घुसने का मार्ग इतना संकरा है जिसे देखते हुए अब यहां नई कॉलोनी बनाए जाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगना चाहिए अन्यथा 60 फीट चौड़ा मार्ग निकालना चाहिए।
कॉलोनी के रहवासी संघर्ष समिति बनाकर अपना आक्रोश जता रहे हैं लेकिन इस बात की गंभीरता पर जिम्मेदारों का कोई ध्यान नहीं है।